जैन सार का उद्देश्य

जैन सार जैसा की नाम से ही विदित है की यह जैन आगम का सार है जहां जैन धर्म से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारियों का विस्तृत विवरण उपलब्ध है। जैन सार (jainsaar.com) का जैन धर्म से संबंधित समस्त पूजन, आरती संग्रह, स्तुति संग्रह, स्तोत्र, जैन कथाएँ एवं अन्य प्रकार की सभी जानकारियों को एक पोर्टल के माध्यम से जन जन तक पहुँचाना ही एक मात्र उद्देश्य है।

आज के इस इंटरनेट के दौर में कोई भी व्यक्ति शास्त्रो का ज्ञान इस तकनीक के माध्यम से ले सकता है। यहां तक कि जिस किसी व्यक्ति के पास शास्त्र उपलब्ध नहीं है वह व्यक्ति भी कहीं से भी इस तकनीक के माध्यम से शास्त्रो का ज्ञान ले सकता है। परन्तु यह सभी जानकारियां एक पोर्टल पर न होकर अलग अलग पोर्टल के माध्यम से मिलती है। jainsaar.com इन सभी जानकारियों को एक पोर्टल के माध्यम से पहुंचाने का प्रयास कर रहा है।

इस पोर्टल पर सभी जानकारियां जिनवाणी, जैन शास्त्र एवं इंटरनेट पर उपलब्ध अलग अलग पोर्टल एवं वेबसाइट के माध्यम से एकत्रित की गयी है। इंटरनेट के माध्यम से ली गयी किसी भी जानकारी में अगर कोई त्रुटि हो तो आप हमें ईमेल के माध्यम से अवगत कराने की कृपा करे, हम जल्द ही उसमे संशोधन करने का प्रयास करेंगे। यदि किसी व्यक्ति को इस पोर्टल पर उपलब्ध विषय-वस्तु अथवा किसी भी जानकारी या चित्र पर कॉपीराइट का मुद्दा लगता है तो वे भी हमसे हमारे ईमेल पर संपर्क करे, हम उस जानकारी को इस पोर्टल से हटा देंगे। इस पोर्टल का उद्देश्य केवल जन जन तक धार्मिक ज्ञान पहुँचाना है, ना की किसी की भावनाओं को ठेंस पहुँचाना है।

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