श्री शांतिनाथ आरती



जय शांतिनाथ स्वामी, प्रभु जय शांतिनाथ स्वामी । 

जय शांतिनाथ स्वामी, प्रभु जय शांतिनाथ स्वामी । 

 

मन वच तन से, तुमको वन्दु २ 

जय अन्तरयामी प्रभु जय अन्तरयामी 

जय शांतिनाथ स्वामी, प्रभु जय शांतिनाथ स्वामी ।

 

गर्भ जनम जब हुआ आपका 2 

तीन लोक हर्षे स्वामी तीन लोक हर्षे 

इन्द्र कियो अभिषेक शिखर पर २ 

शिव मग के स्वामी बोलो शिव मग के स्वामी 

जय शांतिनाथ स्वामी, प्रभु जय शांतिनाथ स्वामी । 

 

पंचम चक्री भये आप ही २ 

षट खंड के स्वामी, प्रभु षट खंड के स्वामी 

राज विभव के भोगे प्रभु जी २ 

कामदेव नामी, बोलो कामदेव नामी 

जय शांतिनाथ स्वामी, प्रभु जय शांतिनाथ स्वामी । 

 

अतुल विभव को तृणवत त्यागे २ 

हुए कर्म नाशी प्रभुजी, हुए कर्म नाशी 

भये आप तीर्थंकर प्रभु जी २ 

शिव रमणी स्वामी, बोलो शिव रमणी स्वामी 

जय शांतिनाथ स्वामी, प्रभु जय शांतिनाथ स्वामी । 

 

वीर सिंधु को नमस्कार कर २ 

आरती करू थारी, प्रभु आरती करू थारी 

सूरज शिवपुर पावो प्रभु जी २ 

महा सोख्य धारी बोलो महा सोख्य धारी 

जय शांतिनाथ स्वामी, प्रभु जय शांतिनाथ स्वामी । 

 

मन वच तन से, तुमको वन्दु २ 

जय अन्तरयामी प्रभु जय अन्तरयामी 

जय शांतिनाथ स्वामी, प्रभु जय शांतिनाथ स्वामी ।