त्रिशला मां के ललन



    तर्ज (तुम से लागी लगन...)

त्रिशला मां के ललन, ले लो अपनी शरण महावीर प्यारे... सारी दुनियां के आंखों के तारे ।।

तुम्हीं तारन तरन, मुझे पे कर दो कर्म, महावीर प्यारे... मेटो-मेटो जी संकट हमारे ।।

राज- पाठ सभी, तुमने छोड़ा, जाके, जंगल से नाता है जोड़ा, घोर तपस्या है की शिक्षा जीने की दी भाग्य हमारे...मेटो-मेटो जी संकट हमारे ।।

तुमने दुनियां का कष्ट बनाया, तेरे दर्शन को नाथ मैं आया, एक किरण है जगी, दिल में लगन लगी हावीर प्यारे...मेटो-मेटो जी संकट हमारे ।।

धर्म ध्यान का ज्ञान नहीं है, मोक्ष जाने का द्वार तूं ही है, मुझ में कर दो करम, दिल में रखो भरम, महावीर प्यारे...मेटो-मेटो जी संकट हमारे ।।

तुमने लाखों अधर्मी है तारे, मैं भी तिर जाऊँ नाथ सहारे, हाथ जोड़ खड़ा, ये विनोद पड़ा, दर पे तुम्हारे...मेटो-मेटो जी संकट हमारे ।।